लघु उद्योग
ग्रामीण कुटीर व हस्तषिल्प उद्योग यथागोटा पट्टा, चूडी, बेंत, बांस, कारपेट, दरी, रंगाई, कशीदाकारी, आभूषण, गहने, चटाई, बास्केट निर्माण, चर्मशाधन, चमडे का सामान, मिट्टी के बर्तन निर्माण, चावल, आटा, दाल व तेल मिल, चीनी, गुड खाण्डसारी निर्माण, पेय पदार्थ का उद्योग, बढाईगिरी, लोहागिरी, फाइबर व रस्सी उद्योग, हस्तशिल्प उद्योग, स्टील टंªक, रैक्स, मेटल,
एल्युमिनियम सामान निर्माण, बिजली व रेडियो उपकरण खिलौने, औजार निर्माण, सामान्य इंजिनियरिंग उद्योग, माचिस, आतिशबााजी, साबुन, परफ्यूमरी, धुप, नमक, सोडा, रबड, प्लास्टिक का सामान बनाना, केमीकल उद्योग, खनन कार्य, पत्थर घिसाई, कंक्रीट सामान,
ईट, टाईल्स, चुना आदि निर्माण सामग्री उद्योग, आरा मशीन, फर्नीचर, स्टेशनरी, कार्डबोर्ड, कागज के उत्पादन, होजरी वस्त्र निर्माण, बुनाई व सिलाई आदि अन्य विविध उद्योग।